मुख्यमंत्री ने बताया कि जब उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण किया, तब प्रदेश में टेस्टिंग के लिए मात्र एक लैब थी तथा बहुत कम संख्या में टेस्टिंग होती थी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सात लैब कार्य कर रहे हैं जहां पर 1000 से अधिक प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता हो गई है। शुरू करने के निर्देश सरकार ने प्रदेश के समस्त सरकारी मेडिकल कालेज के साथ-साथ निजी मेडिकल कॉलेज में भी टेस्टिंग सुविधा शुरू करने के निर्देश दिए हैं। टेस्टिंग क्षमता को और बढ़ाया जा रहा है। आज ही प्रदेश से 1700 नमूने टेस्टिंग के लिए दिल्ली लैब में विमान से भिजवाए गए हैं। स्वास्थ्य कर्मियों एवं अन्य अमले के लिए हम 5000 पीपीई किट्स रोज बना रहे हैं। इनकी संख्या हम 10000 प्रतिदिन तक कर लेंगे। इसके अलावा, मास्क आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। अस्पतालों को कोविड-19 अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है, जहां पर्याप्त संख्या में बेड और अन्य सुविधाएं हैं। हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की गोली हमारे यहां बन रही है। इसके साथ ही हम लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक, होमोपैथिक और यूनानी दवाइयां गाँव-गाँव में वितरित कर रहे हैं। अभी तक 7,00,000 से अधिक लोगों को दवाइयां वितरित की जा चुकी हैं।
निजी मेडिकल कालेजों में टेस्टिंग सुविधा